श्री निर्मल संस्कृत विद्यालय संगत लाहौरी टोला की स्थापना निर्मल समुदाय के संतो द्वारा वर्ष १८५०- १८६० में की गयी थी । वर्ष १९४७ में सरकार द्वारा विद्यालय को संस्कृत विद्यालय की मान्यता प्रदान की गयी।
विद्यालय के पूर्व प्रबंधक महंत रघुवीर सिंह शास्त्रीजी
विद्यालय के वर्त्तमान प्रबंधक पद पर महंत कमलजीत सिंह शास्त्रीजी आसीन है ।
हम जानते है कि शिक्षा को सरल किया जा सकता है दक्ष शिक्षकों के द्वारा । इसीलिए हमारे विद्यालय में सम्बंधित विषयो के कुशल शिक्षक कार्यरत है।
विद्यालय में निम्नलिखित कक्षाएं संचालित है:
निर्मल संस्कृत विद्यालय के संस्थापक
निर्मल मठ के संत तथा शास्त्री गण
विद्यालय के संस्थापक पूर्व राष्ट्रपति श्री ज्ञानी जैल सिंह जी के साथ
वर्तमान प्रधानाचार्य
विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए
विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए
सत्त्वाधिकार © 2022 श्री निर्मल संस्कृत विद्यालय -
सर्वाधिकार सुरक्षित।
श्री निर्मल संस्कृत विद्यालय
We use cookies to analyze website traffic and optimize your website experience. By accepting our use of cookies, your data will be aggregated with all other user data.